लेखनी कविता -सूरज का रथ - बालस्वरूप राही

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सूरज का रथ / बालस्वरूप राही सूरज का रथ बड़ा निराला, जुते हुए हैं घोड़े सात! घोड़ा एक लाल भड़कीला, घोड़ा एक हरा चमकीला, घोड़ा एक चमाचम पीला, एक बड़ा ही ...

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